इंदौर कॉन्सर्ट से पहले उज्जैन पहुंचे हनी सिंह, बाबा महाकाल के दर्शन कर नंदी हॉल से की प्रार्थना; बोले – “आज बाबा का बुलावा आया था”

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
मशहूर पंजाबी सिंगर और रैपर योयो हनी सिंह इन दिनों अपने Millionaire India Tour के तहत इंदौर पहुंचे हैं, जहां 8 मार्च को उनका बहुप्रतीक्षित कॉन्सर्ट होने वाला है। लेकिन मंच पर धमाल मचाने से पहले हनी सिंह उज्जैन पहुंचे और महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन कर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया।
नंदी हॉल में बैठकर की प्रार्थना
शुक्रवार दोपहर हनी सिंह महाकाल मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने सबसे पहले नंदी हॉल में बैठकर जाप किया और फिर गर्भगृह के बाहर से भगवान महाकाल के दर्शन किए। उनके साथ आए गुरु यश ने पूरे विधि-विधान से पूजन संपन्न करवाया। इस दौरान मंदिर के पुजारियों ने उन्हें फूलों की माला अर्पित कर आशीर्वाद दिया और महाकाल मंदिर समिति की ओर से उनका विशेष सम्मान किया गया।
बता दें, हनी सिंह इस समय Millionaire India Tour के तहत देश के अलग-अलग शहरों में कॉन्सर्ट कर रहे हैं। 8 मार्च को इंदौर में उनके लाइव शो का आयोजन किया जा रहा है, जहां उनके फैंस को एक से बढ़कर एक सुपरहिट गानों पर झूमने का मौका मिलेगा।
वहीं, महाकाल मंदिर से दर्शन के बाद हनी सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं कई वर्षों से बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेना चाहता था, लेकिन आना नहीं हो पा रहा था। आज आखिरकार बाबा का बुलावा आया और बहुत अच्छे दर्शन हुए। अब इंदौर के कार्यक्रम की तैयारी पूरी है।” इसके बाद हनी सिंह ने ‘हर हर महादेव’ का जयघोष किया और इंदौर के लिए रवाना हो गए।
गौरतलब है कि, इंदौर के C21 स्टेट ग्राउंड में 8 मार्च को हनी सिंह का लाइव कंसर्ट होने जा रहा है, जो दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट की तर्ज पर आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम को लेकर प्रशंसकों में जबरदस्त उत्साह है। आयोजकों ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। हालांकि, नगर निगम के राजस्व प्रभारी निरंजन सिंह चौहान ने स्पष्ट किया है कि कार्यक्रम की अनुमति केवल तब दी जाएगी जब कर जमा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट से मिली सीख के आधार पर यह निर्णय लिया गया है। नगर निगम ने आयोजकों को मनोरंजन कर जमा करने का नोटिस भेजा है। एमआईसी सदस्य निरंजन सिंह चौहान ने कहा कि आयोजकों को टिकट बिक्री पर 10% टैक्स देना होगा। यदि कर जमा नहीं किया गया, तो निगम फायर एनओसी जारी नहीं करेगा, और इसके बिना कार्यक्रम का आयोजन संभव नहीं होगा।